संघ सबका है
यह समझना भूल होगी की किसी विशिष्ट योग्य्ता अथवा उम्र का ही मनुष्य संघ के लिये उपयोगी है तथा जो वैसा न होगा वह संघ के लिये निरुपयोगी है।संघ के कार्यक्षेत्र में प्रत्येक की आवश्यकता है और प्रत्येक के लिये वहां काम है। क्योंकि संघ कार्य एक व्यक्ति का न होकर समाज के सभि व्यक्तियों का है।
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