संघ का ध्येय
संघ तो केवल, 'हिन्दुस्थान हिन्दुओं का' इस ध्येय वाक्य को प्रत्यक्ष में लाना चाहता है। हिन्दुस्थान देश केवल हिन्दुओंकाही है। जैसे अन्य लोगों के अपने देश हैं, वैसा ही यह हिन्दुओं का देश है। अतः संघ यह मानता है कि इस देश में जिसे हिन्दू कहेंगे, वही पूर्व दिशा होगी। यही एक बात संघ जानता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिये और किसी भी पचडे में पडने की कोई आवश्यकता नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिये और किसी भी पचडे में पडने की कोई आवश्यकता नहीं है।
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